दिवाली के बाद अब छत्तीसगढ़ में आस्था के महापर्व छठ पूजा की धूम मचने वाली है. देश के सबसे बड़े स्थाई छठ घाट के तौर पर मशहूर तोरवा छठ घाट पर तैयारियां ज़ोरों पर हैं. यह घाट करीब 7.5 एकड़ में फैला हुआ है.
देश का सबसे बड़ा स्थायी छठ घाट
छठघाट की बात करें तो, देश में क्षेत्रफल के लिहाज से मुंबई के जुहू चौपाटी देश का सबसे बड़ा छठघाट है. लेकिन, यह स्थाई नहीं है. वहीं, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एशिया का सबसे बड़ा स्थाई और व्यवस्थित घाट है, जहां एक साथ 50 हजार से अधिक श्रद्धालु अर्घ्य देंगे. सूर्य की उपासना कर छठ की पूजा की परंपरा को आगे बढ़ाएंगे.
छठ की तैयारियां जोरों पर
बिलासपुर शहर के तोरवा इलाके में अरपा नदी के किनारे 7 एकड़ में छठ घाट फैला हुआ है. यहां एक किलोमीटर लंबा पूजा मंच बनाया गया है, जहां एक साथ लगभग 50,000 से ज़्यादा भक्त सूर्य को अर्घ्य देंगे. छठ पूजा 25 से 28 नवंबर तक मनाई जाएगी. अब तक 25 ट्रक मलबा हटाया जा चुका है. यह घाट बिहार और उत्तर प्रदेश के घाटों से बड़ा है और छत्तीसगढ़ में आस्था का नया केंद्र बन गया है.
50 हजार श्रद्धालु एक साथ देते हैं अर्घ्य
छठ महापर्व 25 नवंबर को “नहाय खाय” के साथ शुरू होगा और 28 नवंबर तक चलेगा. यहां पिछले दस सालों में पूर्वांचल और छत्तीसगढ़ के लोकल लोगों में इस त्योहार को लेकर उत्साह बढ़ा है. कमेटी ने 50,000 से ज़्यादा भक्तों की भीड़ को आसानी से संभालने के लिए सफल इवेंट के लिए सभी जिम्मेदारियां बांट दी हैं.
INDIA WRITERS Voices of India, Words That Matter