मुंगेली। यूपीएससी परीक्षा-2023 का परिणाम मंगलवार को जारी हुआ. वहीं इस परीक्षा में 120 रैंक हासिल करने और झूठी खबर फैलाकर लोगों को तीन युवकों ने गुमराह किया. परीक्षा पास करने की खबर सुनकर बधाई देने वालों का उनके पास तांता लगा रहा. लेकिन जैसे ही इस झूठ की जानकारी पुलिस को लगी पुलिस ने कार्रवाई करते गए तीनों पर एक्शन लिया. मामले में मनोज कुमार पटेल उम्र 30 वर्ष मुंगेली, राजेन्द्र साहू और श्रवण साहू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
शिकायतकर्ता ने बताया कि 16 अप्रैल को व्हाट्सएप पर एक नंबर से मैसेज आया जो कि श्रवण सोनी नाम के व्यक्ति का है. मैसेज फोटो सहित प्राप्त हुआ जिसमें मनोज का यूपीएससी परीक्षा वर्ष 2023 में 120 रैंक आना बताया गया. पूछने पर जानकारी मिली की मनोज कुमार सुरीघाट मुंगेली का रहने वाला है. पटवारी पल्लवी भास्कर से जानकारी लेने पर मनोज कुमार नाम का व्यक्ति सुरीघाट का निवासी बताया.
वहीं एसडीएम मुंगेली को यह जानकारी व्हाट्सएप के माध्यम से मिलना बताया गया और पल्लवी भास्कर ने मनोज कुमार के दोस्त राजेन्द्र साहू को मोबाइल पर संपर्क किया. जिसमें राजेन्द्र साहू ने भी मनोज कुमार का यूपीएससी में 120 रैंक के साथ सलेक्शन होने की बात कही. जिसके बाद अधियकारी ने राजेन्द्र साहू के दोस्त मनोज कुमार से बात की. जिसमें मनोज कुमार के UPSC परीक्षा वर्ष 2023 में 120 रैंक के साथ सलेक्शन होने की बात को स्वीकार किया.
इसके बाद मनोज कुमार को पल्लवी के माध्यम से संपर्क करने पर उसके ओर से वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने की ईच्छा जाहिर की गई ताकि वो अपने यूपीएससी में 120 रैक आने की सूचना व्यक्तिगत रूप से मिलकर दे सके. मनोज कुमार अपने दोस्त राजेन्द्र साहू, श्रवण सोनी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर मुंगेली आया और जिले के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात किया. मनोज ने वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष यूपीएससी परीक्षा वर्ष 2023 में 120 रैंक के साथ सलेक्शन होने की बात को स्वीकार किया और अपने बारे में अन्य चर्चा की गई. वरिष्ठ अधिकारियों से मिठाई और सम्मान नहीं लिया गया. इसके साथ ही मनोज कुमारने अधिक पुरस्कृत होने की मंशा वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष दिखाई. जब उसपर संदेह हुआ और उसका एडमिट कार्ड मांगा गया तब उसने एडमिट कार्ड अपने घर पर होना बताया गया.
जिसके बाद मिडिया कर्मियों और समर्थ थवाईत नायब तहसीलदार मुंगेली, पटवारी पल्लवी भास्कर और अन्य लोग मनोज कुमार के घर गए. घर पर उसने गुमराह करते हुए एडमिट कार्ड किसी अन्य स्थान पर होने और नहीं मिलने की बात कही. वहीं करीब दो घंटे इंतजार और बातचीत करने के बाद उसने एडमिट कार्ड नहीं होने की बात स्वीकार की. उसके बाद जब उससे पूछताछ की गई तो उसने स्वीकार किया कि अपने दोस्तों राजेन्द्र साह, श्रवण सोनी के साथ कलेक्टर कार्यालय जाकर अधिकारियों से और अन्य सर मैम लोग जो वहां उपस्थित थे, उन्हें UPSC के रिजल्ट के बारे में गलत सूचना देते हुये छल करके भ्रम पैदा करते हुए बताया कि मेरा सलेक्शन यूपीएससी परीक्षा वर्ष 2023 में हो गया है और आल ओवर 120 रैंक आया है. उसने स्वीकार किया कि वर्ष 2023 में UPSC का प्री एक्जाम दिया था, लेकिन प्री नहीं निकला था. लेकिन 16 अप्रैल को जब रिजल्ट आया तो किसी दूसरे का नाम देखकर उसे अपने दोस्तों, घर वालों, अधिकारियों और अन्य लोगों को गुमराह करने के लिए ये सब खेल किया.